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टाटा कंपनी का मालिक कौन है और ये किस देश की कंपनी है पुरी जानकारी ~ 2021


दोस्तों आज की इस पोस्ट में हम आपको टाटा कंपनी का मालिक कौन है और टाटा किस देश की कंपनी है इसके बारे में जानकारी देने वाले है अगर आप भी टाटा कंपनी का इतिहास जानना चाहते हैं तो आज का यह पोस्ट आपके लिए काफी मददगार साबित हो सकता है आपमें से बहुत सारे लोगों को टाटा समूह के बारे में जानकारी होगा लेकिन अगर आप नहीं जानते हैं तो आप इस पोस्ट को ध्यान से जरूर पढ़ें टाटा कंपनी बहुत बड़ी Multinational Company है और यह कंपनी दुनिया के 100 से भी ज्यादा देशों में अपने बिजनेस चला रहे हैं 


tata company ka malik kaun hai


आज टाटा कंपनी का साम्राज्य इतना बड़ा हो गया है कि अगर यह कंपनी अपने सारे बिजनेस बंद कर दे तो देश की जीडीपी में बहुत बड़ा गिरावट आ सकती है इसके अलावा बहुत सारे लोगों को बेरोजगारी का सामना करना पड़ेगा क्या आप इतने बड़े कंपनी के बारे में जानकारी नहीं लेना चाहेंगे मै जानता हूँ कि आप टाटा कंपनी का इतिहास जानने के लिए बेचेन होगें तो आइये सबसे पहले जानते हैं कि tata company ka malik kaun hai फिर जानेगे कि tata company kis desh ka hai इसके अलावा भी आपको इस पोस्ट में बहुत कुछ जानने को मिलेगा 


टाटा कंपनी का मालिक कौन है | TATA Company Ka Malik Kaun Hai



Jamsetji Tata

टाटा कंपनी का संस्थापक जमशेदजी टाटा थे इनका जन्म 3 मार्च 1839 में गुजरात के एक छोटे से कस्बे नवसारी में हुआ था, इनके पिता जी का नाम नौशेरवांजी और  जमशेदजी टाटा के माता जी का नाम जीवनबाई टाटा थे


Ratan Tata

टाटा कंपनी का वर्तमान अध्यक्ष रतन टाटा हैं। और इन्होंने टाटा समूह के चेयरमेन 28 दिसम्बर 2012 को सायरस मिस्त्री को टाटा समूह का उत्तराधिकारी नियुक्त किया। और रतन टाटा पिछले 50 सालों से टाटा समूह से जुड़े हैं और ये 21 सालों तक टाटा समूह के अध्यक्ष रहे  इस कंपनी की स्थापना 1868 में हुआ था और इस कंपनी का मुख्यालय Mumbai में स्थित है इसका बिजनेस पुरे Worldwide में फेला हुआ है रतन टाटा ने ने जे आर डी टाटा के बाद 1991 में टाटा समूह का कार्यभार संभाला। 



टाटा किस देश की कंपनी है | TATA Company Kis Desh Ka Hai


टाटा कंपनी का संस्थापक जमशेदजी टाटा थे और यह एक भारतीय थे इस बात से आपको मालूम हो गया होगा कि टाटा किस देश की कंपनी है फिर भी अगर आपको समझ में नहीं आया तो आपके जानकारी के लिए बता दूँ कि टाटा कंपनी भारत का ही है और इस कंपनी की शुरुआत भारत में ही हुआ था और आज के समय में यह कंपनी दुनिया के 100 से भी ज्यादा देशों में अपना बिजनेस चला रही है आपके जानकारी के लिए एक बात और बता दूँ कि टाटा कंपनी एक मल्टीनेशनल कंपनी है इसका कोई एक बिजनेस नहीं है बल्कि बहुत सारे अलग अलग बिजनेस है यह कंपनी बहुत सारे क्षेत्रों में अपने बिजनेस कर रही है जैसे - अभियांत्रिकी, सूचना प्रौद्योगिकी, संचार, वाहन, रासायनिक उद्योग, ऊर्जा, सॉफ्टवेयर, होटल और इस्पात तो अब आप जान गयें होगें कि टाटा कहाँ की कंपनी है आइए अब टाटा कंपनी का इतिहास के बारे में जानते हैं 



टाटा कंपनी का इतिहास


दोस्तों जैसा कि आपको मालूम हो गया होगा कि टाटा कंपनी की स्थापना 1868 में हुआ था और इस कंपनी का संस्थापक जमशेदजी टाटा थे इन्होंने 29 साल की उम्र तक अपने पिताजी के साथ ही काम करते रहे इसके बाद 1868 में जमशेदजी ने 21000 रुपयों के साथ अपना खुद का व्यवसाय शुरू किया। सबसे पहले इन्होंने एक दिवालिया तेल कारखाना ख़रीदा और उसे एक रुई के कारखाने में तब्दील कर दिया और उसका नाम बदल कर  एलेक्जेंडर मिल रखा फिर दो साल बाद जमशेदजी ने इसे अच्छे- खासे मुनाफ़े के साथ बेच दिया।


फिर इस पैसों से 1874 में इन्होंने नागपुर में एक रुई का कारखाना शुरू किया और इस कारखाने का नाम इम्प्रेस्स मिल (Empress Mill) रखा इस नाम को रखने का वजह था कि महारानी विक्टोरिया ने इसी दिन भारत की रानी का खिताब हासिल किया था तो जमशेदजी ने भी वक़्त को समझते हुए  अपनी कारखाने का नाम इम्प्रेस्स मिल रखा क्योंकि Empress का मतलब ‘महारानी’ होता था 1869 तक टाटा परिवार को छोटा व्यापारी समझा जाता था। इसे मुंबई व्यवसाय जगत में पीछे की बेंच पर बैठने वाला माना जाता था। जमशेदजी ने इस भ्रम को तोड़ते हुए एंप्रेस मिल बनाई, जो उनकी पहली बड़ी औद्योगिक कंपनी थी। जब जमशेदजी ने नागपुर में कॉटन मिल बनाने की घोषणा की


 उस वक्त मुंबई को टेक्सटाइल नगरी कहा जाता था। अधिकांश कॉटन मिल्स मुंबई में ही थी। इसीलिए जब जमशेदजी ने नागपुर को चुना तो उनकी बड़ी आलोचना हुई एक मारवाड़ी फैन फाइनेंसर ने एंप्रेस मिल में निवेश के बारे में कहा। यह तो जमीन खोदकर उसमें सोना दबाने जैसा है। दरअसल जमशेदजी ने नागपुर को तीन कारणों से चुना था। पहला कारण यह था कि कपास का उत्पादन आसपास के इलाकों में होता था दुसरा कारण रेलवे जंक्शन नजदीक में था। और  तिसरा कारण पानी तथा ईंधन की प्रचुर अपूर्ति थी। अपने कारोबारी जीवन की शुरुआत में ही जमशेदजी एक गंभीर आर्थिक झटका लगा, कारोबारी साझेदारी प्रेम चंद्र राय चंद्र का कर्ज उतारने के लिए उन्हें अपना मकान और जमीन जायजा बेचनी पड़ी। इसके अलावा,1887 में खरीदी स्वदेशी मिल्स में उनका पूरा पैसा लग गया, और वे आर्थिक संकटों में घिर गए, बहरहाल टाटा ने हिम्मत नहीं हारी और अंततः सभी संकटों से उबर गए। और आज टाटा कंपनी इतनी बड़ी कंपनी बन चुका है कि आप इसका अंदाजा नहीं लगा सकते हैं



टाटा समूह का बिजनेस कितना बड़ा है 


आज के समय में टाटा समूह बहुत सारे बिजनेस में अपना कदम रखा है और हर तरह के क्षेत्र में इसका बिजनेस है जैसे - Steel, Automobile, Software, Insurance, Hotels इत्यादि अब आइये जानते हैं कि टाटा समूह की सहायक कंपनियां कौन सी है 


टाटा समूह की सहायक कंपनियां


टाटा कंपनी के बहुत सारे कंपनियां हैं जिसमें कुछ बड़ी कंपनी के नाम निम्नलिखित है


  • Tata Steel
  • Tata Steel Europe
  • Tata Motors
  • Tata Consultancy Services
  • Taj Hotels
  • Tata Technologies
  • Tata Teleservices
  • Tata Tea
  • Titan Industries
  • Tata Power
  • Tata Communications
  • Tata AutoComp Systems Limited



टिस्को (TISCO) इस कंपनी को लोग  टाटा स्टील के नाम से जानते हैं इसकी स्थापना 1907 में भारत के पहले लोहा और इस्पात कारखाने के तौर पर हुआ था इसकी  कंपनी की स्थापना जमशेदपुर में हुई थी जिसे लोग टाटा नगर  के नाम से भी पुकारते हैं। इस्पात और लोहे का असल उत्पादन 1912 में शुरू हुआ। यह दुनिया में सबसे किफायती दरों पर इस्पात का निर्माण करता है। इसका मुख्य कारण है कि समूह की ही एक अन्य कंपनी इसे कच्चा माल, जैसे कोयला और लोहा आदि, उपलब्ध कराती है


टाटा जलविद्युत शक्ति आपूर्ति कम्पनी की स्थापना 1910 में हुआ था 1917 में टाटा आयल मिल्स की स्थापना के साथ ही समूह ने घरेलू वस्तुयों के क्षेत्र में कदम रखा और साबुन, कपडे धोने के साबुन, डिटर्जेंट्स खाना पकाने के तेल आदि का निर्माण शुरू किया 1932 में टाटा एयरलाइन्स  की शुरुआत हुई। टाटा केमिकल्स का आगमन 1939 में हुआ। टेल्को (TELCO), जिसे अब टाटा मोटर्स (TataMotors) के नाम से जाना जाता है, ने 1945 में रेल इंजनों और अन्य मशीनी उत्पादों का निर्माण शुरू किया।


टाटा समूह का उद्देश्य समझदारी, जिम्मेदारी, एकता और बेहतरीन काम से समाज में जीवन के स्तर को उंचा उठाना है। टाटा समूह के नाम से जानने वाले इस परिवार का हर सदस्य इन मूल्यों का अनुसरण करता है। भारत के शिक्षा, विज्ञान और तकनीकी क्षेत्र में टाटा का योगदान अति महत्वपूर्ण है। अब आप टाटा का मालिक कौन है और टाटा कंपनी का मालिक का नाम ये जान गयें होगें 


Conclusion : 


मै उम्मीद करता हूँ कि आपको टाटा कंपनी का मालिक कौन है और टाटा किस देश की कंपनी है की जानकारी पसंद आया होगा अगर आपको tata company ka malik kaun hai तह जानकारी पसंद आया तो इसे अपने दोस्तों के साथ शेयर जरूर करें अगर इससे संबंधित आपके मन में कोई सवाल जवाब है तो आप कमेंट जरूर करें यहाँ पर आप टाटा कंपनी का इतिहास , टाटा कंपनी की स्थापना कब हुई इन सभी के बारे में विस्तार से जानें 


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